नरसिंहपुर पुलिस की जुआड़ियों एवं सटोरियों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही
नरसिंहपुर। जिले में जुआ एवं अन्य अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने हेतु पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीना के निर्देशन में नरसिंहपुर पुलिस द्वारा सतत अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य कानून व्यवस्था बनाए रखना, आपराधिक प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाना तथा आमजन में सुरक्षा की भावना को सशक्त करना है।
इसी क्रम में विगत दिवस जिला अंतर्गत विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस टीमों द्वारा दबिश देकर जुआ खेलते 4 जुआड़ी एवं सट्टा पट्टी काटते 8 सटोरिए रंगे हाथ पकड़े गए। आरोपियों से नगद राशि सहित जुआ और सट्टा से संबंधित सामग्री बरामद कर प्रासंगिक धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
जुआड़ियों एवं सटोरियों से कुल लगभग 70 हजार रुपये नगद राशि, सट्टा पट्टी एवं ताश के पत्ते जप्त किए गए हैं। जुआड़ियों से 4 मोबाइल, दो मोटरसाइकिल एवं एक स्कूटी भी जप्त की गई।
थाना ठेमी
जुआ खेलते हुए पकड़े गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- कमलेश पटैल, निवासी सिमरी बड़ी
- मनोज कृपलानी, निवासी गोटेगांव
- संदीप नामदेव, निवासी गोटेगांव
- पप्पू उर्फ नरेंद्र लोधी, निवासी सिमरी बड़ी
उक्त सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 13 जुआ एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
थाना गोटेगांव
सट्टा पट्टी काटते हुए पकड़े गए आरोपी:
- दुलीचंद चौधरी, निवासी ग्राम बगासपुर, थाना गोटेगांव
- अभिषेक चौधरी, निवासी ग्राम बगासपुर, थाना गोटेगांव
थाना करेली
सट्टा संबंधी कार्यवाही में गिरफ्तार आरोपी:
- रविशंकर कोरी, निवासी ग्राम इमलिया
- सरदार सिंह चौधरी, निवासी ग्राम पिपरिया राकई
- पुष्पेन्द्र दुबे, निवासी ग्राम कुम्भी
थाना गाडरवारा
सट्टा पट्टी काटते हुए पकड़े गए आरोपी:
- संजय कहार, निवासी जगदीश वार्ड, गाडरवारा
- कार्तिक बाथरे, निवासी जगदीश वार्ड, गाडरवारा
- दीपक कौरव, निवासी शिवाजी वार्ड, गाडरवारा
थाना गोटेगांव, थाना करेली एवं थाना गाडरवारा में उपरोक्त सभी सटोरियों के विरुद्ध धारा 4 (क) सट्टा एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं।
कठोर कार्रवाई के निर्देश
पुलिस अधीक्षक डॉ. ऋषिकेश मीना द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जुआ, सट्टा एवं अन्य अवैध गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, जिससे जिले में कानून-व्यवस्था मजबूत बनी रहे और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना और अधिक प्रबल हो।


