गाडरवारा, मध्यप्रदेश। ओशो रजनीश की क्रीड़ास्थली और स्थानीय ओशो लीला आश्रम में बुद्ध पूर्णिमा 2025 के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय ध्यान शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 11 से 13 मई तक किया जाएगा, जिसमें संध्या सत्संग के साथ स्वामी ध्यान आकाश के सानिध्य में ओशो की ध्यान विधियों का अभ्यास किया जाएगा।
ध्यान शिविर में विशेष ध्यान विधियाँ
इस दौरान स्थानीय और बाहर से आए हुए ओशो सन्यासी ओशो की अनेकों ध्यान विधियों का अभ्यास करेंगे। शिविर में ओशो के ध्यान प्रयोगों के माध्यम से मानसिक शांति और आत्म-जागरूकता का अनुभव लिया जाएगा।
बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष ध्यान प्रयोग
12 मई को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर विपसना ध्यान का विशेष प्रयोग किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागी अपने सांसों को साक्षी भाव से देखेंगे और निर्विचार अवस्था में ध्यान करेंगे। यह ध्यान आत्म-साक्षात्कार और आध्यात्मिक यात्रा को सशक्त और पुष्ट करता है।
शिविर की जानकारीइस शिविर की जानकारी ओशो लीला आश्रम के संचालक स्वामी राजीव जैन और आश्रम के मीडिया प्रभारी स्वामी राजेश नीरस ने दी। उन्होंने बताया कि इस ध्यान शिविर का उद्देश्य ओशो की ध्यान विधियों से जुड़कर मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करना है।
निष्कर्ष
यह ध्यान शिविर उन सभी लोगों के लिए उपयुक्त है, जो ओशो की ध्यान विधियों को समझना और अनुभव करना चाहते हैं। गाडरवारा स्थित ओशो लीला आश्रम में यह शिविर एक अद्भुत अवसर प्रदान करेगा, जहाँ आप मानसिक शांति और आत्म-साक्षात्कार का अनुभव कर सकते हैं।