नर्मदापुरम// क्षेत्र संचालक सतपुडा टाईगर रिजर्व नर्मदापुरम, राखी नंदा ने बताया कि गत दिवस 12 अप्रैल 2025 को एक नवजात मादा बाघ शावक की मृत्यु की घटना, सतपुडा टाइगर रिजर्व के अंतर्गत परिक्षेत्र चुरना, बीट साकोट में कक्ष क्रमांक/202 में प्रकाश में आई। जिस पर एनटीसीए नई दिल्ली एवं कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश, भोपाल से जारी दिशा- निर्देशो के अनुरूप त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित किया गया व डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आस-पास गहन छानबीन की कार्यवाही की गई। इस दौरान अवैध शिकार के कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष साक्ष्य नहीं पाये गये। इसके साथ ही मृत नवजात मादा बाघ शावक की देह पूर्ण रूप से सुरक्षित पायी गयी।

नवजात मादा बाघ शावक का पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सकों डॉ. संजय कुमार सिंघई शासकीय पशु चिकित्सक, नर्मदापुरम एवं डॉ. गुरूदत्त शर्मा वन्यप्राणी चिकित्सक सतपुडा टाइगर रिजर्व, नर्मदापुरम द्वारा किया गया। पोस्टमार्टम किये जाने के दौरान नवजात मादा बाघ शावक के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाये गये तथा प्रयोग शाला परीक्षण हेतु उसके महत्वपूर्ण अवयव सुरक्षित रखे गये।इसके पश्चात मध्यप्रदेश शासन वन विभाग के आदेशानुसार निर्धारित प्रक्रिया अनुसार शवदाह भस्मीकरण की कार्यवाही अधिकारियों, वन्यप्राणी विशेषज्ञ एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि के समक्ष सम्पन्न की गयी। जिसमें श्रीमति राखी नंदा क्षेत्रसंचालक सतपुडा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम, श्री आर. वी पाठक परिक्षेत्र अधिकारी चूरना, श्री शक्ति श्री तोमर तहसीलदार इटारसी एनटीसीए के प्रतिनिधि / श्रीमति अमरावती महेश यादव पंच ग्राम पंचायत धपाडा तथा वन्यजीव विशेषज्ञों में डॉ. संजय कुमार सिंघई शासकीय पशु चिकित्सक नर्मदापुरम एवं डॉ. गुरूदत्त शर्मा वन्यप्राणी चिकित्सक सतपुडा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम व अन्य शासकीय सेवको की उपस्थिति में की गई।