रिमझिम बारिश, ढोल की थाप और जयकारों के साथ त्रिशूल हाथ में लिए श्रद्धालु नागद्वारी यात्रा श्रद्धा और उल्लास से पूरी कर रहे हैं।

सोहागपुर/पचमढ़ी
संवाददाता:- शेख आरिफ।

अब तक लगभग 1 लाख 25 हजार श्रद्धालु नागद्वारी दर्शन का लाभ ले चुके हैं।

सोहागपुर/पचमढ़ी// नागद्वारी यात्रा मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक यात्रा है, जो हर साल नागपंचमी के अवसर पर आयोजित की जाती है। इस यात्रा में श्रद्धालुओं को 15 किलोमीटर की पहाड़ी यात्रा करनी होती है, जो काफी चुनौतीपूर्ण है। नागद्वारी मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 7 पहाड़ियों को पार कर पचमढ़ी पहुंचना होता है यहां से 15 किलोमीटर लंबी दुर्गम पैदल यात्रा करनी होती है। नागद्वारी मंदिर में नाग देवता की प्रतिमा स्थापित है, जिसके दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। नागपंचमी पर पदम शेष भगवान के दर्शन और पूजन करने से कालसर्प दोष दूर होता है। इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, जिनमें से अधिकतर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आते हैं।

मेले में श्रद्धालुओं के पेयजल व्यवस्था के लिए पानी के टैंकरों, केन, डीजल पाइपलाइन एवं अन्य माध्यमों से पेयजल व्यवस्था की है। पुलिस प्रशासन के तरफ से पूरे मेला क्षेत्र में लगभग 630 जवान तैनात किये गये हैं जो कि श्रद्धालुओं को आवश्यक सुरक्षा एवं मदद प्रदान कर रहे हैं। पचमढ़ी से जल-गली तक शान द्वारा निर्धारित परमिट के आधार पर वाहनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। परिवहन विभाग द्वारा भी निरंतर चेकिंग के माध्यम से अधिक वसूली करने वाले वाहन संचालकों पर कार्यवाही की जा रही है।

तहसील कार्यालय स्थित मुख्य कंट्रोल रुम द्वारा समस्त व्यवस्थाओं जैसे भोजन पानी एवं साफ सफाई हेतु लगाए, सफाई कर्मियो के द्वारा मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है एवं नागद्वार क्षेत्र ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को स्थल पर भोजन भिजवाने की व्यवस्था भी की जा रही है। विभिन्न स्थानों पर निःशुल्क भण्डारों के संचालन में प्रशासन द्वारा सफाई कर्मी एवं ब्लीचिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाए हैं, जिनमें चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ मौजूद रहते हैं। अब तक लगभग 1 लाख 25 हजार श्रद्धालु नागद्वारी दर्शन का लाभ ले चुके हैं। इस यात्रा में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.।

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